Post Office Savings Account – बैंक से भी ज्यादा फायदे, जानिए क्यों है सबसे बेस्ट

यदि आप सच में सुरक्षित, सरल और भरोसेमंद बचत ढूंढ रहे हैं तो Post office saving account आपके लिए एक ऐसा विकल्प है जो अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है पर फायदे में किसी बैंक से कम नहीं। सबसे पहले बात करता हूँ सुरक्षा और भरोसेमंद होने की यह योजना डाकघर (India Post) के द्वारा संचालित है और सरकार द्वारा नियमबद्ध है, इसलिए आपका पैसा संरक्षित माहौल में रहेगा। इस खाते पर वर्तमान में ब्याज दर लगभग 4% प्रति वर्ष तय की गई है और ब्याज की गणना माह में 10 तारीख से लेकर महीने के अंत तक के न्यूनतम बैलेंस पर होती है; मतलब आप जितना समय खाते में कम से कम राशि रखते हैं उसी के आधार पर ब्याज मिलेगा और ब्याज साल के अंत में खाते में क्रेडिट किया जाएगा।

Post Office Savings Account
Post Office Savings Account

Post Office Savings Account opening process

ध्यान रहे कि अगर किसी महीने में 10वीं तारीख और महीने के अंत के बीच आपका बैलेंस कभी भी रु. 500 से कम गया तो उस महीने का कोई ब्याज नहीं मिलेगा यह नियम लोगों को न्यूनतम शर्तें बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। Post office saving account खोलने की न्यूनतम रकम सिर्फ रु. 500 है, और उसके बाद छोटे-छोटे जमा रु. 10 से भी किए जा सकते हैं; निकासी की न्यूनतम रकम रु. 50 है, इसलिए पारिवारिक या छोटी बचत के लिए यह बेहद उपयुक्त है। कोई अधिकतम जमा सीमा नहीं है, यानी आप जरूरत के मुताबिक कितना भी जमा रख सकते हैं पर खाते में कभी भी ऐसे लेनदेन की अनुमति नहीं होगी जिससे बैलेंस घटकर रु. 500 से कम रह जाए यह नियम खाते की मूल न्यूनतम स्थिति (minimum balance) को सुनिश्चित करता है।

Post Office Savings Account benefits in Hindi

अगर वित्तीय वर्ष के अंत तक किसी खाते का बैलेंस फिर भी रु. 500 तक नहीं पहुंचा तो रु. 50 का मेंटेनेंस शुल्क कट जाएगा और यदि बैलेंस शून्य हो गया तो खाता अपने आप बंद भी हो सकता है; इसलिए नियमित नजर और छोटे-छोटे जमा रखने की सलाह रहती है। इसके अलावा खाताधारक वर्ग भी काफी लचीला है एक वयस्क व्यक्तिगत खाते के रूप में खोल सकता है, या आप तीन तक वयस्कों के साथ संयुक्त (Joint) खाते खोल सकते हैं। संयुक्त खाते के दो प्रकार हैं: Joint ‘A’ जिसका संचालन सभी जमाकर्ताओं द्वारा या जीवित बचे जमाकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से होगा; और Joint ‘B’ जिसका संचालन किसी भी जमाकर्ता या जीवित बचे जमाकर्ता द्वारा अलग से किया जा सकता है।

Post Office Savings Account benefits

Post Office Savings Account for minors

नाबालिग के लिए भी खाता खुलवाया जा सकता है 10 वर्ष से अधिक आयु का नाबालिग स्वयं खाता खोल सकता है या उसके संरक्षक/गॉर्डियन की ओर से खाता खुलवाया जा सकता है। एक महत्वपूर्ण प्रावधान यह है कि यदि किसी व्यक्ति ने एकल (Single) खाता खोला है तो वह उसी खाते को बाद में संयुक्त खाते में परिवर्तित नहीं कर सकता और न ही संयुक्त खाते को एकल में बदला जा सकता है; यह नियम पहले से तय कर लेने के फायदे और सीमाओं को स्पष्ट करता है। मृत्यु की स्थिति में नामांकन का महत्व भी सामने आता है खाते खोलते समय आप एक से अधिक (अधिकतम चार) नामिनियों का नाम Form 10 में दे सकते हैं और प्रत्येक को मिलने वाला प्रतिशत भी तय कर सकते हैं; यह प्रक्रिया परिवार के वित्तीय अधिकारों को संरक्षित करती है।

Post Office Savings Account में Joint Account खोलने से पहले ये जान लें

टैक्स के नजरिए से भी Post office saving account उपयोगी साबित होता है: Income Tax Act की धारा 80TTA के अंतर्गत बचत खातों पर अर्जित ब्याज पर सालाना रु. 10,000 तक की आय करमुक्त होती है यानी छोटे जमाकर्ताओं को टैक्स की राहत मिल सकती है। ध्यान रखें कि ब्याज व्यावहारिक रूप से पूरे रुपए में दिया जाता है, और खाता बन्द होने पर ब्याज खाते के बन्द होने से एक माह पहले तक ही दिया जाता है इससे निकासी या क्लोजर के समय ब्याज का हिसाब स्पष्ट रहता है। अगर खाता लगातार तीन वित्तीय वर्षों तक निष्क्रिय यानी ‘साइलेंट’ रहता है तो उसे साइलेंट माना जाएगा; पर घबराने की जरूरत नहीं साइलेंट खाते को पुनर्जीवित करना आसान है: अपने पासबुक और अपडेटेड KYC दस्तावेज लेकर अपने नज़दीकी डाकघर में आवेदन करिए यह प्रक्रिया निःशुल्क है।

Post Office Savings Account में ब्याज कैसे गिना जाता है – आसान भाषा में

अंततः सुविधाओं की बात करें तो Post office saving account अब पारंपरिक बचत से आगे निकल चुका है आप चेक बुक, ATM कार्ड, ऑनलाइन बैंकिंग (NEFT/RTGS/फंड ट्रांसफर), e-KYC के माध्यम से ऑनलाइन खाता खोलने जैसी सुविधाएँ भी पा सकते हैं; साथ ही कई सामाजिक योजनाओं जैसे Atal Pension Yojana, Pradhan Mantri Suraksha Bima Yojana और Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana से लिंक करने का विकल्प भी मौजूद है, जिससे छोटी-छोटी सुरक्षा योजनाएँ सीधे आपके खाते के साथ जुड़ जाती हैं। इन सब वजहों से Post office saving account न सिर्फ सुरक्षित और भरोसेमंद है बल्कि व्यवहारिक जरूरतों के हिसाब से बेहद सुविधाजनक भी है यही कारण है कि बहुत से लोग इसे ‘बैंक से भी ज्यादा फायदे’ वाला विकल्प मानते हैं।

घर बैठे खोलें Post Office Savings Account – आसान तरीका

अगर आप सोच रहे हैं कि ‘क्या मैं अपना मुख्य बचत खाता Post office saving account में ही रखूं?’ तो इसके कई तार्किक कारण हैं जिन पर गौर करना जरूरी है। पहला सरलता और सुलभता; भारत में हर कोने में पोस्ट ऑफिस का जाल है, इसलिए ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में भी कागजी और डिजिटल दोनों सुविधाएँ उपलब्ध कराना आसान रहता है। दूसरा नियमों का स्पष्टता और पारदर्शिता; Post office saving account के नियम (जैसे Rule-8 of Post Office Savings Account Rules 2019 और Rule-14 of GSPGR 2018 के प्रावधान) सार्वजनिक रूप से लागू होते हैं और सरकार द्वारा समय-समय पर अपडेट किए जाते हैं, इसलिए खाताधारक को अज्ञात शर्तों का सामना नहीं करना पड़ता।

Post Office Savings Account बंद कराने के नियम – पैसा निकलेगा ऐसे

तीसरा लोएंट्री राशि और लचीले लेनदेन; मात्र रु. 500 से खाता खोलना और बाद में रु. 10 के छोटे जमा करने का विकल्प खासकर उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी है जो नियमित रूप से छोटे-छोटे बचत करते हैं। यह सुविधा कम पैसों वाले परिवार और विद्यार्थियों को भी बचत की आदत डालने में मदद करती है। चौथा नामांकन और वारिसों के अधिकारों का स्पष्ट प्रावधान अधिकतम चार नामिनी और उनके हिस्से पहले से तय कर देने का विकल्प आकस्मिक समय में परिवार के लिए पैसा ट्रांसफर करना आसान बनाता है।

Post Office Savings Account साइलेंट हो गया? ऐसे करें फिर से एक्टिव

अब कुछ व्यवहारिक और उपयोगी टिप्स जो आपके अनुभव को और बेहतर बनाएंगी: हमेशा ध्यान रखें कि ब्याज की गणना महीने के 10 तारीख से लेकर महीने के अंत के न्यूनतम बैलेंस पर होती है, इसलिए उसी अवधि में बैलेंस को कम से कम रु. 500 बनाए रखना चाहिए; अगर किसी महीने में बैलेंस किसी समय रु. 500 से नीचे गया तो उस महीने कोई ब्याज नहीं मिलेगा यह छोटी सावधानी आपके कुल ब्याज पर बड़ा असर कर सकती है। यदि आपके पास नाबालिग का खाता है तो ध्यान रखें कि 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर नये Account Opening Form (AOF) और ताज़ा KYC जमा कराकर उसे वयस्क खाते में रूपांतरण कराना अनिवार्य है यह प्रक्रिया समय पर करने से भविष्य में किसी भी प्रकार की कानूनी या संचालन संबंधी जटिलता से बचा जा सकता है। संयुक्त खातों की स्थिति में, यदि किसी संयुक्त खातेधारक का निधन हो जाए तो जीवित सह-होल्डर अकेला स्वामी बन जाता है; पर यदि वही surviving holder पहले से ही उसका खुद का single account रखता हो तो संयुक्त खाता बंद करना आवश्यक हो सकता है इसलिए संयुक्त खाते खोलते समय आपसी सहमति और संभावित परिदृश्यों पर चर्चा करना समझदारी है।

  • Post office saving account पारंपरिक जमा-निकासी के साथ-साथ आधुनिक बैंकिंग सुविधाओं के साथ भी संगत है।
  • NEFT/RTGS जैसे फंड ट्रांसफर विकल्प की सुविधा उपलब्ध है।
  • ऑनलाइन इंटरेस्ट सर्टिफिकेट प्राप्त करने का विकल्प मिलता है।
  • ATM और चेकबुक की सुविधा उपलब्ध है।
  • e-KYC के माध्यम से खाता खोलना संभव है।
  • डिजिटल लेन-देन की आवश्यकताएँ भी आसानी से पूरी हो जाती हैं।
  • साइलेंट खाता दोबारा चालू कराने की प्रक्रिया सरल और नि:शुल्क है।
  • सुरक्षा, सादगी और सरकारी भरोसे के साथ बुनियादी बैंकिंग सुविधाएँ एक ही जगह उपलब्ध।
  • छोटे जमाओं के लिए लचीला विकल्प।
  • नामांकन, संयुक्त खाता विकल्प और नाबालिगों के खाते की सुविधा।
  • विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से खाता लिंक करने का विकल्प।
  • वर्तमान ब्याज दर लगभग 4% प्रति वर्ष है, जो समय-समय पर बदल सकती है।
  • खाते की स्थिरता, सरकारी संरक्षण और आसान पहुंच जैसी विशेषताएँ इसे आकर्षक बनाती हैं।
  • छोटे नियमों का पालन करके खाते से अधिकतम फायदे उठाए जा सकते हैं।
  • प्राथमिक या सेकेंडरी बचत विकल्प के रूप में उपयुक्त।

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