हमारे देश में आज भी कई जगहों पर महिलाओं को कम आंका जाता है और कई राज्यों में तो उन्हें घर से बाहर निकलने तक की इजाज़त नहीं दी जाती। उनकी पढ़ाई को आगे बढ़ाने में भी कई रुकावटें आती हैं। इसी सोच को बदलने और बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्थान सरकार ने एक सराहनीय पहल की है। इस योजना के तहत 12वीं कक्षा में अच्छे अंक लाने वाली या मेरिट सूची में नाम आने वाली बालिकाओं को मुफ्त में स्कूटी प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही स्कूटी के साथ हेलमेट, 1 साल का फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस और 5 साल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस भी मुफ्त मिलेगा। सरकार अब इस योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रिक स्कूटी देने पर भी विचार कर रही है, जिससे पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सके और राजस्थान की बेटियों को आगे की पढ़ाई के लिए और अधिक प्रोत्साहित किया जा सके।

Rajasthan Free Scooty Scheme – पढ़ाई के साथ सफर भी अब बिल्कुल फ्री
राजस्थान सरकार की यह योजना मुख्य रूप से राज्य की मेधावी और प्रतिभाशाली बालिकाओं को सम्मानित करने और उनकी आगे की पढ़ाई को आसान बनाने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना को “कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना” के नाम से भी जाना जाता है। यह योजना केवल सरकारी स्कूलों से 12वीं कक्षा पास करने वाली छात्राओं के लिए ही नहीं, बल्कि मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों की योग्य छात्राओं के लिए भी खुली है, बशर्ते वे राजस्थान बोर्ड से परीक्षा उत्तीर्ण करें।


Rajasthan Free Scooty Scheme – इलेक्ट्रिक स्कूटी और 5 साल का इंश्योरेंस बिल्कुल मुफ्त
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रतिभाशाली बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए परिवहन की कमी का सामना न करना पड़े। ग्रामीण इलाकों में कई छात्राओं को कॉलेज जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, और परिवहन की सुविधा न होने से वे आगे की पढ़ाई छोड़ देती हैं। स्कूटी मिलने से वे न केवल समय बचा पाती हैं बल्कि सुरक्षित यात्रा भी कर पाती हैं।
Rajasthan Free Scooty Scheme – पढ़ाई के साथ सफर भी अब बिल्कुल फ्री
हर साल राज्यभर में हजारों स्कूटियां वितरित की जाती हैं। वितरण का आधार मेरिट लिस्ट होता है, जिसमें टॉप पर आने वाली छात्राओं को प्राथमिकता दी जाती है। यदि पात्र छात्राओं की संख्या अधिक हो, तो जिला स्तर पर निर्धारित कोटे के अनुसार चयन किया जाता है।
Rajasthan Free Scooty Scheme का उद्देश्य और जरूरत
दस्तावेजों की आवश्यकता
इस योजना में आवेदन करने के लिए छात्राओं को कुछ आवश्यक दस्तावेज जमा करने होते हैं, जैसे –
- 12वीं की मार्कशीट
- आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- कॉलेज/संस्थान में प्रवेश का प्रमाण पत्र
How to apply for Rajasthan Free Scooty Scheme
आवेदन पूरी तरह ऑनलाइन माध्यम से होता है। राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या छात्रवृत्ति पोर्टल पर जाकर फॉर्म भरा जाता है। आवेदक को सभी आवश्यक दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करने होते हैं और आवेदन सबमिट करने के बाद उसका प्रिंट आउट अपने पास रखना होता है।


राजस्थान सरकार की फ्री स्कूटी योजना का वितरण और प्रभाव सीधे तौर पर छात्राओं की जिंदगी बदलने वाला कदम साबित हो रहा है। चयनित छात्राओं की लिस्ट राज्य शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित की जाती है और जिनका नाम आता है उन्हें निर्धारित तिथि पर आयोजित स्कूटी वितरण समारोह में आमंत्रित किया जाता है। समारोह में न केवल स्कूटी हस्तांतरित की जाती है बल्कि उसके साथ हेलमेट भी दिया जाता है और बीमा संबंधी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं ताकि छात्राओं को सुरक्षित और निर्भीक रूप से यात्रा का विकल्प मिल सके।
Rajasthan Free Scooty Scheme for 12th pass
योजना के साथ मिलने वाला 1 साल का फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस और 5 साल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस आर्थिक सुरक्षा का एक अतिरिक्त परत प्रदान करता है जिससे किसी आकस्मिक स्थिति में परिवार पर अत्यधिक वित्तीय बोझ नहीं आता। हाल के वर्षों में यह पहल और भी प्रासंगिक तब हो गई जब सरकार ने इसे अधिक पर्यावरण हितैषी बनाने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटियों पर जोर दिया है। इलेक्ट्रिक स्कूटी न केवल पेट्रोल के खर्च को घटाएगी बल्कि शहरी तथा ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में वायु प्रदूषण कम करने में भी योगदान देगी और लंबे समय में परिचालन लागत कम होने से छात्राओं और उनके परिवारों को आर्थिक राहत मिलेगी۔ वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जिला व सूबे स्तर पर मेरिट सूची और कोटा के आधार पर चयन किया जाता है ताकि जिन छात्राओं को सबसे अधिक आवश्यकता है उन्हें प्राथमिकता मिले।
Rajasthan Govt Free Scooty scheme for Women
यह योजना खासकर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाली बालिकाओं के लिए जीवन बदलने वाला साबित होती है क्योंकि इन्हें कॉलेज या प्रशिक्षण संस्थानों तक आने जाने में सहूलियत मिलती है और पढ़ाई बीच में छोड़ने का कारण कम हो जाता है। परिणामस्वरूप छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ता है और परिवारों के मन में भी पढ़ाई के प्रति सकारात्मक सोच जमती है। कुल मिलाकर यह योजना न केवल परिवहन की समस्या का समाधान है बल्कि शिक्षा के प्रति प्रतिवद्धता बढ़ाने, महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने और पर्यावरण के हित में एक सकारात्मक कदम उठाने का संयोजन भी है।
- चयनित छात्राओं की लिस्ट शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जारी की जाती है और उन्हें वितरण समारोह में बुलाया जाता है।
- स्कूटी के साथ हेलमेट, 1 साल का फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस और 5 साल का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस भी दिया जाता है।
- सरकार इलेक्ट्रिक स्कूटियों पर विचार कर रही है ताकि पेट्रोल खर्च घटे और पर्यावरण को लाभ मिले।
- वितरण पारदर्शी तरीके से मेरिट और कोटा के आधार पर होता है ताकि जरूरतमंद छात्राओं को प्राथमिकता मिले।
- योजना से ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों की छात्राओं को कॉलेज आने जाने में सुविधा मिलती है और पढ़ाई जारी रखने में मदद मिलती है।
- लंबी अवधि में यह महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण-स्नेही परिवहन को बढ़ावा देती है।

